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“WBC की कमी क्यों होती है और इसे कैसे बढ़ाएं?”
जानिए ये कम क्यों हो जाते हैं और इन्हें कैसे बढ़ाएं
हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में खून का बहुत अहम रोल होता है। खून में कई तत्व होते हैं जो शरीर को सही तरह से काम करने में मदद करते हैं।जब हम बीमार पड़ते हैं, तो डॉक्टर अक्सर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। इससे शरीर के अंदर की कई बातें पता चलती हैं।ब्लड टेस्ट में दो चीज़ों का नाम ज़्यादा आता है – RBC और WBC। RBC का मतलब है रेड ब्लड सेल्स और WBC का मतलब है वाइट ब्लड सेल्स।इन दोनों का शरीर में संतुलन बहुत जरूरी होता है। अगर इनमें से किसी की मात्रा घट जाए तो सेहत पर असर पड़ सकता है।इस Blog में हम खासतौर पर WBC यानी वाइट ब्लड सेल्स के बारे में बात करेंगे।हम जानेंगे कि ये WBC हमारे शरीर को कैसे बीमारियों से बचाते हैं और हमारी इम्यूनिटी के लिए कितने जरूरी हैं।साथ ही, ये भी समझेंगे कि शरीर में WBC की संख्या कम क्यों हो जाती है और इसके क्या कारण हो सकते हैं।जब WBC की कमी होती है तो शरीर कुछ संकेत देता है। हम जानेंगे कि ऐसे कौन से लक्षण हैं जो इस कमी की ओर इशारा करते हैं।इसके अलावा, WBC की संख्या बढ़ाने के घरेलू और मेडिकल उपायों पर भी बात करेंगे।अंत में, CBC टेस्ट क्या होता है और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए हमें किन चीज़ों का सेवन करना चाहिए, ये भी जानेंगे।
WBC क्या होते हैं और शरीर में इनका क्या काम होता है?
WBC को मेडिकल भाषा में “ल्यूकोसाइट्स” कहा जाता है। ये सफेद रंग की रक्त कोशिकाएं होती हैं जो शरीर की सुरक्षा सेना की तरह काम करती हैं। जब भी हमारे शरीर में कोई वायरस, बैक्टीरिया या फंगस प्रवेश करता है, तो सबसे पहले WBC एक्टिव होकर उससे लड़ते हैं और बीमारी को बढ़ने नहीं देते।
इन्हें आप हमारे शरीर के सैनिक समझ सकते हैं। जैसे एक किला अपनी सुरक्षा के लिए सैनिकों पर निर्भर करता है, वैसे ही शरीर WBC पर निर्भर करता है। अगर WBC मजबूत होंगे तो बीमारियां हम पर हावी नहीं हो पाएंगी। लेकिन अगर इनकी संख्या कम हो जाए या ये कमजोर पड़ जाएं, तो हमारी इम्युनिटी कमज़ोर हो जाती है और हम बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं।
शरीर में WBC की कमी के लक्षण
जब शरीर में वाइट ब्लड सेल्स यानी WBC की संख्या कम हो जाती है, तो इसका असर हमारी सेहत पर साफ़ दिखने लगता है।ऐसी स्थिति में कुछ खास लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।सबसे आम लक्षण है लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना। बिना ज्यादा काम किए भी शरीर थका-थका लगता है।इसके अलावा, बार-बार इंफेक्शन होना या जुकाम-खांसी जल्दी पकड़ लेना भी WBC की कमी का संकेत हो सकता है।कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है, खासकर सीढ़ियां चढ़ने या थोड़ी मेहनत करने परसिरदर्द रहना और बार-बार बुखार आना भी WBC कम होने की वजह से हो सकता है।अगर बार-बार निमोनिया जैसी बीमारियां हो रही हैं, तो यह भी एक गंभीर संकेत हो सकता है।स्किन पर फोड़े-फुंसी या बार-बार यूरिन इंफेक्शन होना भी इस समस्या से जुड़ा हो सकता है।मुंह में बार-बार छाले पड़ना या घाव जल्दी न भरना भी शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने का इशारा देता है।अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें।इस स्थिति में तुरंत ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी होता है ताकि समय रहते सही इलाज शुरू किया जा सके।
WBC शरीर में कितना होना चाहिए?
स्वस्थ शरीर में WBC का सामान्य काउंट 5,000 से 10,000 प्रति माइक्रोलिटर (mcL) होता है। यदि यह 5,000 से कम हो जाए तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। वहीं, 10,000 से ज्यादा हो जाए तो यह संकेत देता है कि शरीर में किसी तरह का इंफेक्शन या सूजन है, जिससे लड़ने के लिए शरीर अधिक WBC बना रहा है।
WBC घटने से क्या होता है?
WBC की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारण निम्नलिखित हैं:
1. बोन मैरो से जुड़ी बीमारियां
WBC यानी वाइट ब्लड सेल्स हमारे शरीर की हड्डियों के अंदर बनने वाली एक खास चीज़ “बोन मैरो” में तैयार होते हैं।अगर किसी कारण से बोन मैरो ठीक से काम नहीं कर पा रहा हो, तो WBC बनने की प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है।जैसे कि अगर किसी को बोन कैंसर हो या फिर बोन मैरो फाइब्रोसिस जैसी बीमारी हो जाए, तो हड्डियों के अंदर WBC बनना धीरे-धीरे रुक सकता है।इस वजह से शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत कम हो जाती है और व्यक्ति जल्दी बीमार पड़ने लगता है।
2. पोषण की कमी (Malnutrition)
अगर शरीर को जरूरी पोषक तत्व जैसे फोलिक एसिड, विटामिन B12 और आयरन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलते, तो इसका सीधा असर WBC की संख्या पर पड़ता है।इन विटामिन्स और मिनरल्स की कमी से शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे इनकी मात्रा कम होने लगती है।इसलिए हेल्दी डाइट लेना बहुत जरूरी है ताकि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते रहें और इम्युनिटी मजबूत बनी रहे।
3. संक्रमण या वायरस का अटैक
कुछ वायरस ऐसे होते हैं जो सीधे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम पर असर डालते हैं। जैसे कि HIV वायरस। यह वायरस शरीर में मौजूद वाइट ब्लड सेल्स पर हमला करता है और उनकी संख्या को तेजी से घटा देता है।
जब WBC कम हो जाते हैं, तो शरीर की बीमारियों से लड़ने की ताकत भी कम हो जाती है। इसलिए ऐसे वायरस से बचाव और समय पर इलाज बहुत जरूरी होता है।
4. कुछ दवाएं और कीमोथेरेपी
कुछ दवाइयां, खासकर कीमोथेरेपी और एंटीबायोटिक्स, बोन मैरो पर असर डालकर WBC की संख्या घटा सकती हैं।
5. ऑटोइम्यून बीमारियां
कभी-कभी हमारे शरीर की खुद की प्रतिरक्षा प्रणाली गलत तरीके से अपनी ही स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगती है। ऐसे में वाइट ब्लड सेल्स यानी WBC भी प्रभावित हो जाते हैं।इस वजह से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है और व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सही इलाज कराना बहुत जरूरी होता है।
आदिक जानकारी के लिए इस विडियो को जरुर देखे।
WBC बढ़ने से कौन सा रोग होता है?
WBC यानी श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ने से ल्यूकोसाइटोसिस नामक स्थिति होती है। यह स्थिति आमतौर पर शरीर में संक्रमण, सूजन या कुछ अन्य बीमारियों की वजह से होती है। लेकिन कभी-कभी यह ल्यूकेमिया और लिम्फोमा जैसे खून से जुड़ी कैंसर वाली बीमारियों के कारण भी हो सकती है। इसलिए जब WBC की संख्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
WBC की जांच कैसे होती है?
WBC की संख्या पता करने के लिए एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण टेस्ट होता है – CBC (Complete Blood Count)। यह टेस्ट खून में मौजूद सभी जरूरी तत्वों जैसे RBC, WBC, प्लेटलेट्स और हीमोग्लोबिन की संख्या बताता है। अगर CBC रिपोर्ट में WBC की संख्या सामान्य से कम या ज्यादा हो, तो डॉक्टर आगे की जांच और इलाज का फैसला करते हैं।
WBC बढ़ाने के लिए क्या खाएं?
डाइट और लाइफस्टाइल
1. पोषण से भरपूर आहार लें
WBC को बढ़ाने के लिए शरीर को सही पोषण देना बहुत जरूरी है। डाइट में इन चीजों को शामिल करें:
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, और सरसों का साग जैसे हरे पत्तेदार सब्जियों में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व हमारे शरीर में WBC यानी वाइट ब्लड सेल्स बढ़ाने में मदद करते हैं।
इसलिए इन सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करना बहुत फायदेमंद होता है ताकि हमारी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे।
दूध और डेयरी उत्पाद
दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पादों में विटामिन B12 और कैल्शियम अच्छे मात्रा में होते हैं। ये पोषक तत्व हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
अगर हम नियमित रूप से दूध और उससे बने उत्पाद खाते हैं, तो हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
ताजे फल
खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू और मौसंबी विटामिन C से भरपूर होते हैं। विटामिन C हमारे शरीर में WBC को सक्रिय और मजबूत बनाए रखता है।
इसलिए रोजाना खट्टे फल खाना हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।
ड्राई फ्रूट्स
बादाम, अखरोट और अंजीर जैसे मेवे जरूरी फैटी एसिड्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। ये हमारे ब्लड सेल्स की सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इन्हें अपनी डाइट में शामिल करना फायदेमंद रहता है।
2. हाइड्रेटेड रहें
शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और कोशिकाओं को ऊर्जा देने के लिए पर्याप्त पानी पीना बहुत जरूरी होता है। इसलिए दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीने की आदत बनानी चाहिए। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
3. पर्याप्त नींद लें
नींद हमारे शरीर को ठीक होने और तरोताजा होने का मौका देती है। इसलिए हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। अच्छी नींद से शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत यानी इम्युनिटी मजबूत होती है।
4. तनाव से दूर रहें
ज्यादा तनाव होने पर शरीर में कोर्टिसोल नाम का हार्मोन बढ़ जाता है, जो हमारी इम्युनिटी को कमजोर कर देता है। इसलिए तनाव कम करने के लिए ध्यान, योग और प्राणायाम को अपनी रोजाना की जिंदगी में शामिल करना बहुत जरूरी है। ये तरीक़े शरीर और मन दोनों को शांत रखते हैं और रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाते हैं।
5. व्यायाम करें
नियमित एक्सरसाइज जैसे योग, दौड़ना, वॉकिंग और साइकलिंग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे WBC यानी वाइट ब्लड सेल्स की क्रियाशीलता भी बेहतर होती है। इसलिए रोजाना थोड़ा समय निकालकर व्यायाम करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

कुछ घरेलू उपाय जो WBC बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं
1. गिलोय का सेवन
गिलोय को आयुर्वेद में “अमृता” कहा जाता है। यह एक प्राकृतिक इम्युनिटी बूस्टर है जो हमारे शरीर की रक्षा करता है। गिलोय वाइट ब्लड सेल्स यानी WBC को सक्रिय करता है और उनकी संख्या बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए इसे इम्युनिटी बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है।
2. तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। इसलिए रोज सुबह तुलसी की 4-5 पत्तियां चबाना बहुत फायदेमंद होता है। यह हमारी इम्युनिटी को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
3. हल्दी वाला दूध
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो शरीर में सूजन और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसलिए रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाता है और स्वस्थ रहने में सहायक होता है।
किन लोगों को खास ध्यान देना चाहिए?
- जिन लोगों को बार-बार जुकाम या बुखार होता है
- कैंसर के मरीज़ या कीमोथेरेपी से गुजर रहे लोग
- HIV या अन्य इम्युनो-कॉम्प्रोमाइज्ड स्थिति वाले व्यक्ति
- बुज़ुर्ग और बच्चे, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है
इन सभी को अपनी WBC की स्थिति का समय-समय पर पता लगवाना चाहिए।
मजबूत इम्युनिटी के लिए WBC का संतुलन जरूरी
WBC हमारे शरीर के सबसे मजबूत रक्षक होते हैं। अगर ये संतुलन में हैं तो बीमारियां शरीर को छू भी नहीं पातीं। लेकिन अगर इनकी संख्या कम हो जाए, तो हम छोटी-छोटी बीमारियों से भी जूझने लगते हैं।
इसलिए जरूरी है कि हम अपने शरीर की इस सेना को मज़बूत बनाए रखें – संतुलित आहार लेकर, सही जीवनशैली अपनाकर और समय-समय पर मेडिकल जांच करवाकर। याद रखिए, मजबूत इम्युनिटी ही सबसे बड़ी दवा है।
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