नमस्कार दोस्तो, 10 Best ways to know thyroid diet plan | थायराइड आहार योजना जानने के 10 सर्वोत्तम उपाय | इस ब्लॉग मे आपका स्वागत है |

हाइपोथायरॉइड में क्या खाना चाहिए? वजन घटाने के लिए डाइट प्लान
हाइपोथायरॉइडिज्म एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपकी थायरॉइड (Thyroid) ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती। थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन की कमी से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, सही डाइट और जीवनशैली अपनाकर आप न सिर्फ वजन कम कर सकते हैं, बल्कि थायरॉइड के लक्षणों को भी नियंत्रित कर सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि हाइपोथायरॉइड में कौन-कौन से खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए और वजन घटाने के लिए एक सैंपल डाइट प्लान भी देंगे।
हाइपोथायरॉइड के लिए आवश्यक पोषक तत्व
हाइपोथायरॉइड का इलाज दवाइयों के साथ-साथ एक संतुलित और सही डाइट से भी किया जा सकता है। कुछ पोषक तत्व थायरॉइड (Thyroid) ग्रंथि के कार्यों को बेहतर करने में मदद कर सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से शामिल हैं
- आयोडीन: आयोडीन थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के निर्माण के लिए आवश्यक होता है। आयोडीन की कमी से हाइपोथायरॉइडिज्म का खतरा बढ़ सकता है। आयोडीन से भरपूर खाद्य पदार्थों में समुद्री खाद्य पदार्थ, आयोडीन युक्त नमक, और डेयरी उत्पाद शामिल हैं।
- सेलेनियम: सेलेनियम थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के रूपांतरण में मदद करता है और इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण थायरॉइड (Thyroid) ग्रंथि की रक्षा करते हैं। सेलेनियम से भरपूर खाद्य पदार्थों में ब्राजील नट्स, सूरजमुखी के बीज, और मशरूम शामिल हैं।
- जिंक: जिंक थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के उत्पादन और कार्य में अहम भूमिका निभाता है। जिंक की कमी से थायरॉइड (Thyroid) की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। जिंक युक्त खाद्य पदार्थों में मांस, सीप, और बीज शामिल हैं।
- विटामिन डी: विटामिन डी की कमी भी थायरॉइड (Thyroid) संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकती है। विटामिन डी प्राप्त करने के लिए धूप सेंकना और विटामिन डी सप्लीमेंट्स का सेवन महत्वपूर्ण होता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करता है और थायरॉइड (Thyroid) की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। मछली, अलसी के बीज, और अखरोट ओमेगा-3 से भरपूर होते हैं।
हाइपोथायरॉइड में क्या खाएं?
1. प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ
प्रोटीन का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है और वजन घटाने में सहायक होता है। हाइपोथायरॉइडिज्म से ग्रसित व्यक्तियों को अपने आहार में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करना चाहिए। कुछ प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं
अंडे, चिकन, मछली, पनीर, दालें और सोया उत्पाद जैसे टोफू और सोया दूध प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं। ये भोजन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। नियमित रूप से इन्हें अपने आहार में शामिल करना सेहत के लिए लाभकारी होता है।
2. सब्जियां और फल
सब्जियों और फलों का सेवन न सिर्फ पोषण प्रदान करता है, बल्कि यह वजन घटाने में भी सहायक होता है। थायरॉइड (Thyroid) ग्रंथि के लिए विशेष रूप से फायदेमंद सब्जियां और फल इस प्रकार हैं
हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, मेथी और बथुआ में विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही बेरीज़ जैसे स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रसभरी भी एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। संतरे, नींबू जैसे सिट्रस फल भी विटामिन C के अच्छे स्रोत हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को तंदुरुस्त रखने में सहायता करते हैं।
3. साबुत अनाज
साबुत अनाज मेटाबॉलिज्म को सक्रिय बनाए रखते हैं और फाइबर युक्त होते हैं, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। आप इन साबुत अनाजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं
ब्राउन राइस, क्विनोआ, जौ और ओट्स जैसे अनाज शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये सभी फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पाचन को सही रखते हैं और शरीर में ऊर्जा बनाते हैं। साथ ही, ये अनाज धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इसलिए इन्हें अपने रोज़ाना के भोजन में शामिल करना सेहत के लिए अच्छा रहता है।
4. स्वस्थ वसा
स्वस्थ वसा (हेल्दी फैट्स) हाइपोथायरॉइड में बेहद जरूरी होते हैं क्योंकि ये हार्मोन उत्पादन में सहायक होते हैं और सूजन को कम करते हैं। आप निम्नलिखित हेल्दी फैट्स का सेवन कर सकते हैं
नारियल तेल, अलसी का तेल, एवोकाडो और घी (कम मात्रा में) स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। ये सभी अच्छे फैट्स से भरपूर होते हैं जो शरीर को ऊर्जा देते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। खासकर नारियल तेल और अलसी का तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो सूजन कम करने में मदद करते हैं। एवोकाडो में भी कई पोषक तत्व होते हैं जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद हैं। घी का उपयोग भी सही मात्रा में करने से शरीर को ताकत मिलती है। इसलिए इन्हें अपने खान-पान में शामिल करना चाहिए।
5. जड़ी-बूटियां और मसाले
कुछ जड़ी-बूटियां और मसाले थायरॉइड (Thyroid) को संतुलित करने में सहायक होते हैं। आप इनका सेवन कर सकते हैं
अदरक, हल्दी, धनिया और दालचीनी जैसे मसाले स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अदरक पाचन को सुधारता है और सूजन को कम करता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। धनिया पाचन में मदद करता है और शरीर को ठंडक प्रदान करता है। दालचीनी भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होती है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। इन मसालों को भोजन में इस्तेमाल करने से सेहत अच्छी बनी रहती है।
हाइपोथायरॉइड में किन खाद्य पदार्थों से बचें?
1. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में प्रिजर्वेटिव्स, शुगर और सोडियम की अधिक मात्रा होती है, जो मेटाबॉलिज्म को और धीमा कर सकते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
2. ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ
कुछ लोगों में ग्लूटेन थायरॉइड (Thyroid) की स्थिति को और खराब कर सकता है। ब्रेड, पास्ता, और अन्य ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें।
3. गोइट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थ
गोइट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थ थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं। हालांकि, यदि इन्हें पकाकर खाया जाए, तो इनका प्रभाव कम हो जाता है। कुछ गोइट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थ इस प्रकार हैं
ब्रोकली, फूलगोभी और मूली जैसे सब्जियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। ब्रोकली में विटामिन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। फूलगोभी भी पोषक तत्वों से भरपूर होती है और पाचन में मदद करती है। मूली शरीर को ठंडक देती है और पेट की समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है। इन सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करना सेहत के लिए अच्छा होता है।
आदिक जानकारी के लिए इस विडियो को जरुर देखे।
4. कैफीन और अल्कोहल
कैफीन और अल्कोहल थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के संतुलन को बिगाड़ सकते हैं और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए इनका सेवन कम करना चाहिए।
वजन घटाने के लिए हाइपोथायरॉइड डाइट प्लान
अब आइए जानते हैं एक सैंपल डाइट प्लान जो वजन घटाने के लिए हाइपोथायरॉइड में उपयुक्त हो सकता है। ध्यान दें कि यह एक सामान्य डाइट प्लान है, और इसे अपनी आवश्यकता अनुसार बदलने के लिए अपने न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें।
सुबह की शुरुआत (6:00 AM)
एक गिलास गुनगुने पानी में धनिया और दालचीनी डालकर उसे अच्छी तरह उबालें। फिर इसमें एक चुटकी नींबू का रस मिलाएं। यह पेय सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
नाश्ता (8:00 AM)
नाश्ते में दो उबले हुए अंडे या मूंग दाल का चीला खा सकते हैं। इसके साथ एक कटोरी ओट्स का दलिया लें, जिसमें ताजी सब्जियां भी मिलाई हों। यह नाश्ता पौष्टिक और सेहतमंद होता है।
मिड-मॉर्निंग स्नैक (10:30 AM)
नाश्ते या दिन के बीच में एक सीजनल फल जैसे संतरा, सेब या कीवी खाएं। साथ ही एक गिलास ताजा नारियल पानी पीना भी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है और ऊर्जा भी देता है।
दोपहर का भोजन (1:00 PM)
भोजन में बाजरा या ज्वार की रोटी लें, साथ ही एक कटोरी ब्रोकली या पालक जैसी सब्जी और एक कटोरी दाल भी शामिल करें। भोजन से लगभग 15 मिनट पहले कच्चे सलाद का सेवन करना फायदेमंद होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं।
शाम का स्नैक (4:00 PM)
एक मुट्ठी बादाम और अखरोट जो रातभर भिगोए हुए हों, रोजाना खाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसके साथ एक कप ग्रीन टी पीना भी फायदेमंद रहता है क्योंकि यह शरीर को ताजगी और एनर्जी देता है।
रात का भोजन (7:00 PM)
सर्दियों में सब्जियों का सूप पीना फायदेमंद होता है, जबकि गर्मियों में एक कटोरी ताजा वेजिटेबल सलाद खाना अच्छा रहता है। प्रोटीन के लिए आप एक कटोरी चिकन या पनीर ले सकते हैं। इसके साथ ज्वार या बाजरे की एक रोटी भी शामिल करें, जिससे आपका भोजन संतुलित और पौष्टिक बने।
सोने से पहले (9:00 PM)
एक गिलास हल्दी वाला दूध पीना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर की रक्षा करते हैं और रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। गर्म दूध के साथ हल्दी मिलाकर इसे नियमित पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर मजबूत रहता है।
अतिरिक्त टिप्स
- वजन घटाने के लिए नियमित व्यायाम करें: व्यायाम मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। आप योग, वॉकिंग, या जिम जा सकते हैं।
- पानी खूब पिएं: पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मेटाबॉलिज्म को सक्रिय रखता है।
- माइंडफुल ईटिंग करें: ध्यानपूर्वक और संयम से खाना खाएं। भोजन का आनंद लें और ध्यान दें कि आप क्या खा रहे हैं।
- नींद पूरी लें: अच्छी नींद न केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह वजन घटाने में भी सहायक होती है। रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
थायरॉइड के दौरान वजन घटाने के लिए उचित भोजन का महत्व
हाइपोथायरॉइडिज्म का इलाज सिर्फ दवाइयों तक सीमित नहीं होता है; भोजन भी इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। थायरॉइड (Thyroid) की स्थिति को बेहतर करने के लिए एक संतुलित डाइट प्लान का पालन करना आवश्यक है। हाइपोथायरॉइडिज्म में वजन बढ़ना आम समस्या होती है, क्योंकि यह स्थिति मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है। इसलिए, सही आहार का चुनाव करके आप न सिर्फ वजन घटा सकते हैं, बल्कि थायरॉइड के लक्षणों में भी सुधार ला सकते हैं।
थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन की कमी को पूरा करने के लिए आहार में कुछ विशेष पोषक तत्व शामिल किए जाने चाहिए, जैसे आयोडीन, सेलेनियम, जिंक, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड। इसके अलावा, साबुत अनाज, सब्जियां, प्रोटीन युक्त भोजन, और हेल्दी फैट्स का सेवन करके आप वजन घटाने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं।
हाइपोथायरॉइड में सही भोजन का महत्व
जैसा कि हमने ऊपर चर्चा की है, हाइपोथायरॉइडिज्म में सही भोजन का चयन बेहद महत्वपूर्ण है। आपको अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जो थायरॉइड (Thyroid) हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक हों। इसके अलावा, आपको अपने आहार से ऐसे खाद्य पदार्थों को निकाल देना चाहिए जो थायरॉइड (Thyroid) ग्रंथि की कार्यक्षमता को बाधित कर सकते हैं।
एक सैंपल डाइट प्लान वजन घटाने के लिए
सुबह की शुरुआत (6:00 AM)
धनिया और दालचीनी वाला पानी हाइपोथायरॉइड में सूजन कम करने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसे पीने से शरीर के अंदर जमा टॉक्सिन्स भी बाहर निकलते हैं, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है। इस तरह का पानी रोजाना पीने से हाइपोथायरॉइड की समस्या में राहत मिल सकती है।
नाश्ता (8:00 AM)
प्रोटीन युक्त नाश्ता थायरॉइड के मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है। इसलिए नाश्ते में उबले अंडे या मूंग दाल का चीला जैसे प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ लेना अच्छा होता है। साथ ही, ओट्स या दलिया फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं जो पाचन को बेहतर बनाते हैं और दिनभर आपको ऊर्जा से भरपूर रखते हैं। ऐसे नाश्ते से थायरॉइड के मरीजों को फायदा होता है।
मिड-मॉर्निंग स्नैक (10:30 AM)
सीजनल फल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स हाइपोथायरॉइड में बहुत फायदेमंद होते हैं। ये फल शरीर की कमजोरी को दूर करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। साथ ही, नारियल पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और मेटाबॉलिज्म भी सही तरीके से काम करता है। इसलिए हाइपोथायरॉइड में सीजनल फल और नारियल पानी का सेवन करना लाभकारी होता है।
दोपहर का भोजन (1:00 PM)
दोपहर के खाने में बाजरा, ज्वार या रागी की रोटी के साथ एक कटोरी सब्जी या दाल का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। साबुत अनाज मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं और पाचन को भी दुरुस्त रखते हैं। वहीं, प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दालें या पनीर वजन घटाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, भोजन से लगभग 15 मिनट पहले एक कटोरी सलाद खाने से पाचन बेहतर होता है और ओवरईटिंग से भी बचा जा सकता है।
शाम का नाश्ता (4:00 PM)
भिगोए हुए बादाम और अखरोट जैसे नट्स में हेल्दी फैट्स होते हैं जो हाइपोथायरॉइड के लिए लाभकारी माने जाते हैं। ये नट्स न सिर्फ ऊर्जा प्रदान करते हैं बल्कि शरीर की कोशिकाओं को भी पोषण देते हैं। वहीं, ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है और इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
रात का भोजन (7:00 PM)
रात के भोजन में प्रोटीन युक्त और हल्के खाद्य पदार्थों का सेवन थायरॉइड हार्मोन के संतुलन में मदद करता है। जैसे सब्जियों का सूप, पनीर, अंडे या मछली लेना न सिर्फ पोषण देता है बल्कि पाचन को भी आसान बनाता है। इसके साथ ही साबुत अनाज या किनुआ जैसी चीज़ों का सेवन रात के समय किया जा सकता है, क्योंकि ये हल्के होते हैं और शरीर को आवश्यक ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करते हैं। ऐसे संतुलित आहार से हाइपोथायरॉइड जैसी समस्या को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
सोने से पहले (9:00 PM)
हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण थायरॉइड की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना एक लाभदायक आदत मानी जाती है, क्योंकि यह न सिर्फ सूजन को कम करता है बल्कि नींद की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाता है। यह शरीर को आराम देता है और हॉर्मोन संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होता है।
हाइपोथायरॉइड के दौरान वजन घटाने के लिए सुझाव
- वजन घटाने के लिए नियमित व्यायाम करें: शारीरिक गतिविधि वजन घटाने में मदद करती है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती है। आप योग, वॉकिंग, एरोबिक्स, या जिम में एक्सरसाइज कर सकते हैं। नियमित रूप से व्यायाम करने से न केवल वजन कम होता है, बल्कि मांसपेशियों की मजबूती भी बढ़ती है।
- माइंडफुल ईटिंग का अभ्यास करें: भोजन करते समय ध्यानपूर्वक खाना बहुत जरूरी है। खाना खाते समय ध्यान रखें कि आप बिना किसी व्याकुलता के खाने का आनंद लें। यह आपको ओवरईटिंग से बचाएगा और आपको खाने का सही संतुलन बनाने में मदद करेगा।
हाइपोथायरॉइड में वजन घटाने के लिए कुछ अतिरिक्त सुझाव
हाइपोथायरॉइडिज्म में वजन घटाना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही उपायों को अपनाकर इसे प्राप्त किया जा सकता है। यहाँ कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं जो वजन घटाने के इस सफर में मदद कर सकते हैं:
1. समय पर भोजन करें
हाइपोथायरॉइडिज्म में समय पर भोजन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। कई बार लोग अपने भोजन का समय सही से नहीं रखते और यह उनकी मेटाबॉलिक दर को धीमा कर देता है। तीन मुख्य भोजन (नाश्ता, दोपहर का खाना, रात का खाना) और दो हल्के नाश्ते (मिड-मॉर्निंग और शाम को) लेने का प्रयास करें। इससे आपका शरीर नियमित रूप से एनर्जी प्राप्त करता रहेगा और मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहेगा।
2. कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ चुनें
हाइपोथायरॉइडिज्म में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता, और मिठाइयों से बचना चाहिए, क्योंकि यह शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं और वजन बढ़ने का कारण बन सकते हैं। इसके बजाय, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ जैसे क्विनोआ, ब्राउन राइस, ओट्स, और साबुत अनाज का सेवन करें। यह खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे शुगर को रिलीज करते हैं, जिससे मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
3. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं
फाइबर युक्त आहार पाचन में सुधार करता है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे भूख कम लगती है और आप ओवरईटिंग से बच सकते हैं। फाइबर आपके शरीर में शुगर के अवशोषण को भी धीमा करता है, जो वजन घटाने में सहायक होता है। आहार में ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, और दलहन शामिल करें ताकि फाइबर की मात्रा संतुलित हो सके।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाएं
ओमेगा-3 फैटी एसिड न केवल हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि थायरॉइड (Thyroid) के कार्यों को भी बढ़ावा देते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में मदद करते हैं और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में सहायक होते हैं। मछली, अलसी के बीज, और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करके आप अपने शरीर में ओमेगा-3 की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।
5. रिफाइंड शुगर और प्रोसेस्ड फूड से बचें
हाइपोथायरॉइडिज्म में रिफाइंड शुगर और प्रोसेस्ड फूड वजन बढ़ाने के सबसे बड़े कारक होते हैं। यह खाद्य पदार्थ न केवल आपकी मेटाबॉलिक दर को धीमा करते हैं, बल्कि शरीर में सूजन भी पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा, यह खाद्य पदार्थ इंसुलिन स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे शरीर में वसा का संचय बढ़ता है। रिफाइंड शुगर की जगह आप प्राकृतिक मिठास जैसे शहद या गुड़ का सेवन कर सकते हैं, लेकिन इनका भी सीमित मात्रा में ही उपयोग करें।
6. प्रोबायोटिक्स का सेवन करें
प्रोबायोटिक्स आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और वजन घटाने में भी मदद करते हैं। यह आपके आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है और आपका मेटाबॉलिज्म तेजी से काम करता है। प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दही, छाछ, और किमची का सेवन करने से आप अपने पाचन को सुधार सकते हैं और वजन घटाने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं।
7. व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें
व्यायाम वजन घटाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। हाइपोथायरॉइडिज्म में मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, इसलिए व्यायाम इसे तेज करने में मदद करता है। नियमित रूप से कार्डियो एक्सरसाइज जैसे दौड़ना, तैरना, साइकिलिंग या तेज चलना न केवल कैलोरी जलाने में मदद करता है, बल्कि हृदय स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। साथ ही, वेट ट्रेनिंग करने से आपकी मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है और आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
8. आराम और स्ट्रेस मैनेजमेंट
हाइपोथायरॉइडिज्म में शरीर पहले से ही थकान महसूस करता है और अगर तनाव को सही तरीके से मैनेज नहीं किया गया तो यह वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है। इसलिए, नियमित रूप से मेडिटेशन, योग, और डीप ब्रेथिंग एक्सरसाइज करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है और तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है। तनाव के कारण बनने वाले कोर्टिसोल हार्मोन को नियंत्रित करने से वजन घटाने की प्रक्रिया में मदद मिलती है।
9. नींद पूरी करें
वजन घटाने के लिए पर्याप्त नींद लेना उतना ही जरूरी है जितना की सही भोजन और व्यायाम। हाइपोथायरॉइडिज्म में थकान और आलस्य की शिकायत होती है, इसलिए शरीर को आराम देने के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। अच्छी नींद न केवल मेटाबॉलिज्म को सुधारती है, बल्कि यह हॉर्मोनल संतुलन को भी बनाए रखती है, जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया तेज होती है।

10. थायरॉइड मेडिसिन और भोजन का सही अंतराल
यह जरूरी है कि आप अपनी थायरॉइड (Thyroid) की दवाइयों और भोजन के बीच सही अंतराल बनाए रखें। सुबह खाली पेट थायरॉइड (Thyroid) की दवाइयाँ लेने के बाद कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे का अंतराल रखें और फिर नाश्ता करें। इससे दवा के प्रभाव को पूरी तरह से अवशोषित करने का समय मिलता है और यह शरीर में सही से काम करती है।
आख़िर में क्या समझना ज़रूरी है?
हाइपोथायरॉइडिज्म के दौरान वजन घटाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही आहार और जीवनशैली के साथ यह संभव है। आहार में पोषक तत्वों का सही संतुलन, व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव का प्रबंधन इस प्रक्रिया में मदद करते हैं। साथ ही, अपने शरीर के संकेतों को समझना और एक विशेषज्ञ से परामर्श करके अपने लिए सही डाइट और जीवनशैली अपनाना जरूरी है।
याद रखें, वजन घटाने की यात्रा में धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। यह एक धीमी प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन सही कदम उठाने से आप अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।
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