How to start meditation for beginners in hindi | मेडिटेशन स्टार्ट कैसे करें | 10 Points |

How to start meditation for beginners in hindi | मेडिटेशन स्टार्ट कैसे करें | 10 Points |

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नमस्कार दोस्तों, How to start meditation for beginners in hindi |मेडिटेशन स्टार्ट कैसे करें | एक शुरुआती गाइड जो आपके करियर, रिलेशनशिप और मानसिक विकास को बदल देगी | इस ब्लॉग में आपका स्वागत है |


मेडिटेशन क्यों ज़रूरी है?

क्या आपने कभी महसूस किया है कि आपका दिमाग बहुत ज्यादा भाग रहा है?
क्या आपके रिलेशनशिप्स में टकराव बढ़ गया है?
क्या करियर में आप खुद को फंसा हुआ महसूस करते हैं?

अगर इन सवालों का जवाब “हां” है, तो मेडिटेशन (ध्यान) आपके लिए एक जादू की चाबी बन सकता है।

मेडिटेशन (meditation) कोई सिर्फ धार्मिक अभ्यास नहीं है, यह एक साइंटिफिक मेंटल फिटनेस टेक्नीक है, जो आपकी सोच, आपकी भावनाओं और आपके रिएक्शन को कंट्रोल करना सिखाती है। इस आर्टिकल में हम बिल्कुल शुरुआत से जानेंगे कि मेडिटेशन स्टार्ट कैसे करें और इससे कैसे आपकी ज़िंदगी के हर पहलू में सुधार आएगा।


मेडिटेशन के फायदे (Why We Start Meditation?)

मेडिटेशन से हमारा मन शांत रहता है, जिससे रोज़ की टेंशन और लड़ाई-झगड़े कम हो जाते हैं।
यह हमें काम और पढ़ाई में अच्छे से ध्यान लगाने में मदद करता है।
माता-पिता, पार्टनर और दोस्तों के साथ हमारे रिश्ते बेहतर हो जाते हैं।
इससे हमारा दिमाग तनावमुक्त रहता है और सोचने की ताकत बढ़ती है।
मेडिटेशन करने से अंदरूनी शांति मिलती है और हम खुद से जुड़ पाते हैं।


मेडिटेशन की शुरुआत कैसे करें?

मेडिटेशन करने के लिए 10 आसान स्टेप्स (Beginners Guide in 10 Points)


1.आराम से बैठने की एक शांत जगह चुनें

घर के किसी शांत और आरामदायक कोने में बैठ जाएं।
आप कुर्सी, चटाई या फर्श – जो भी आराम दे, उस पर बैठ सकते हैं।
पालथी मारकर बैठना अच्छा होता है, लेकिन ज़रूरी नहीं।
अगर चाहें तो कमर के पीछे तकिया रख लें, ताकि पीठ सीधी रह सके।

ध्यान रखें कि आपकी कमर सीधी होनी चाहिए।
इससे आप सतर्क रहते हैं और ध्यान भटकता नहीं है।


2. आंखें बंद करें और शांति से बैठ जाएं

आंखें बंद रखने से बाहर की चीज़ों पर ध्यान नहीं जाता।
इससे मन शांति से अंदर की तरफ ध्यान लगा पाता है।


3. ध्यान किस पर लगाएं?

मेडिटेशन का सबसे जरूरी हिस्सा है – “फोकस”।

आप तीन चीज़ों में से किसी एक पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं

आप अपनी सांसों पर ध्यान दें – कैसे सांस अंदर जा रही है और कैसे बाहर आ रही है।
या फिर कोई पॉजिटिव शब्द या मंत्र धीरे-धीरे दोहराएं, जैसे “ओम”, “शांति” या “वाहेगुरु”।
आप चाहें तो यह भी सोच सकते हैं कि आपके शरीर में रोशनी भर रही है और अंदर तक उजाला हो रहा है।


4. हमेशा अच्छा सोचो

सोचिए कि भगवान, ब्रह्मांड या कोई ऊपरवाला हमेशा आपके साथ है।
अपने चारों तरफ पॉजिटिव ऊर्जा को महसूस कीजिए, जैसे आप रोशनी से घिरे हुए हैं।

जिस चीज़ से आपको अंदर से ताकत मिलती है – चाहे वो भगवान हो या ब्रह्मांड – उसी पर ध्यान लगाइए।

आदिक जानकारी के लिए इस विडियो को जरुर देखे।


5. 15 से 20 मिनट बैठें

शुरुआत में रोज़ 10 से 15 मिनट तक ध्यान लगाएं।
जब आदत बन जाए तो धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
रोज़ 20 मिनट का मेडिटेशन बहुत फायदेमंद होता है।

ऐसा सोचें कि मेडिटेशन आपकी रोज़ की आदत है, जैसे सुबह उठकर ब्रश करना।
इसे जिंदगी भर का हिस्सा बना लें।


6. मेडिटेशन कब करें?

सही समय

मेडिटेशन के लिए सबसे अच्छा समय सुबह होता है, जब पेट खाली हो और मन शांत हो।
आप रात को सोने से पहले भी कर सकते हैं, इससे नींद गहरी और सुकून भरी होती है।

मेडिटेशन करने से करीब 2 घंटे पहले कुछ भी न खाएं।
खाली पेट ध्यान लगाना आसान होता है।


7. दिमाग भटके तो क्या करें?

ध्यान भटकना बिलकुल सामान्य बात है।
जब भी ध्यान इधर-उधर जाए, तो धीरे से उसे वापस अपनी सांस या मंत्र पर ले आएं।

मान लीजिए आप अपनी सांस पर ध्यान लगा रहे हैं और अचानक दिमाग समोसे की तरफ चला गया।
कोई बात नहीं, बस धीरे से ध्यान फिर से सांस पर ले आइए।
यही असली मेडिटेशन है – बार-बार ध्यान को वापस लाना।


8. हर किसी के लिए एक टेक्नीक नहीं होती

मेडिटेशन करने के कई तरीके होते हैं।
कोई तरीका गलत या सही नहीं होता।
जो तरीका आपको अच्छा लगे और शांत महसूस कराए, वही आपके लिए सही है।

आप अलग-अलग तरीके आज़माएं।
जो तरीका सबसे अच्छा लगे, उसे रोज़ अपनाएं।


9. गहराई में जाना है? तो सीखो

अगर आप बेसिक से एडवांस मेडिटेशन सीखना चाहते हैं, तो इन संस्थाओं से जुड़ सकते हैं

भारत में कुछ अच्छे मेडिटेशन सिखाने वाले संस्थान हैं –
ईशा फाउंडेशन (सद्गुरु),
आर्ट ऑफ लिविंग (श्री श्री रविशंकर),
और वाई.एस.एस. (योगानंद जी)।
आप इनमें से किसी से भी मेडिटेशन सही तरीके से सीख सकते हैं।

किताब की सलाह:
“ऑटोबायोग्राफी ऑफ अ योगी” – यह किताब मेडिटेशन और आत्मिक विकास को समझने के लिए बहुत ही शानदार है।


10. मेडिटेशन = सिर्फ बैठना नहीं, जीना भी है

सच्ची आध्यात्मिकता का मतलब है एक अच्छा इंसान बनना।
अपने मन, बातों और कामों को साफ-सुथरा रखो।
जब दिल साफ होगा, तब ध्यान भी गहरा और असरदार होगा।

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मेडिटेशन को रोज़ की आदत कैसे बनाएं?

मेडिटेशन की आदत बनाने के लिए एक तय समय चुनें – सुबह या रात।
15 या 20 मिनट का अलार्म लगाएं।
हर दिन लिखें कि आपने मेडिटेशन किया या नहीं।
चाहें तो Headspace, Medito या Sattva जैसे ऐप्स की मदद लें।
अपने किसी दोस्त या परिवार के सदस्य को साथ जोड़ें – इससे मोटिवेशन बढ़ता है।


आख़िर में क्या समझा?

मेडिटेशन (meditation) एक ऐसी शक्ति है, जो धीरे-धीरे आपको उस “गोकू” की तरह बना सकती है, जो अपने अंदर की ताकत को जाग्रत करता है।
ये कोई एक दिन की चीज़ नहीं है। ये एक लाइफस्टाइल है।
आपका मन जितना शांत होगा, आपका जीवन उतना ही सफल, खुशहाल और संतुलित होगा।

तो आज से ही शुरुआत कीजिए – रात को सोने से पहले बस 10 मिनट बैठिए, आंखें बंद कीजिए और सांसों पर ध्यान दीजिए।


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और याद रखिए – मेडिटेशन सिर्फ एक अभ्यास नहीं, एक जीवनशैली है।

आज से ही मेडिटेशन को अपनाइए।

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