नमस्कार दोस्तों,हाई ब्लड प्रेशर में न खाएं ये 5 फल | Do not eat these 5 fruits if you have high blood pressure | हाई बीपी के मरीज ज़रूर जानें | इस ब्लॉग में आपका स्वागत है |

आज की तेज़ रफ्तार जीवनशैली और तनावपूर्ण वातावरण में हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) या हाइपरटेंशन (Hypertension) एक आम समस्या बन गई है। यह एक ‘साइलेंट किलर’ है, जो धीरे-धीरे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों जैसे दिल, किडनी और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है।
लोग आमतौर पर फलों को स्वास्थ्य के लिए अच्छा मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ फल हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं? जी हां, अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो कुछ फल और उनसे बनी चीज़ों को खाने से बचना चाहिए। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे उन 5 फलों के बारे में जिन्हें हाई बीपी के रोगियों को नहीं खाना चाहिए, साथ ही जानेंगे कि कौन से फल बीपी को कम करने में मदद करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर क्या है?
जब हमारे खून का दबाव धमनियों की दीवारों पर ज़्यादा पड़ता है और ये दबाव लंबे समय तक बना रहता है, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन कहा जाता है। सामान्य रूप से ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg होना चाहिए, लेकिन अगर यह 140/90 mmHg या उससे ज़्यादा हो जाए, तो यह सेहत के लिए खतरे की घंटी मानी जाती है। हाई बीपी अक्सर बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। यह दिल का दौरा, स्ट्रोक, किडनी खराब होना और आंखों की रोशनी कम होने जैसी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए यह ज़रूरी है कि समय-समय पर अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहें, ताकि बीमारी को समय रहते रोका जा सके।
हाई ब्लड प्रेशर में परहेज़ करने योग्य 5 नुकसानदायक फल
1. फ्रूट जूस (Fruit Juice)
हालांकि फल स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन जब हम उन्हें जूस में बदलते हैं, तो ये सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। एक रिसर्च के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से फ्रूट जूस पीते हैं, उनका सेंट्रल सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (cSBP) 3-4 mm Hg अधिक होता है।
इन फलों को खाने से हाई ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है?
फ्रूट जूस में फाइबर नहीं होता, इसलिए यह सिर्फ मीठा शुगर से भरा एक ग्लास बनकर रह जाता है। खासकर जो जूस बाजार में तैयार मिलते हैं, उनमें अक्सर अतिरिक्त चीनी और कॉर्न सिरप मिलाए जाते हैं, जिससे यह और भी नुकसानदायक हो जाते हैं। जब शरीर में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है, तो यह सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाती है, जिससे रक्त की धमनियों को चौड़ा करने वाला नाइट्रिक ऑक्साइड बनना रुक जाता है। नतीजतन, धमनियां संकरी हो जाती हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इसके अलावा, ज़्यादा शुगर इंसुलिन रेसिस्टेंस पैदा कर सकता है और वजन भी बढ़ा सकता है, जो हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति को और गंभीर बना देता है।
हाई ब्लड प्रेशर में इन फलों से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
अगर आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं, तो फलों को पूरा खाना सबसे अच्छा होता है। जूस पीने से जितना हो सके बचना चाहिए, क्योंकि उसमें फाइबर नहीं होता और शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है। लेकिन अगर कभी-कभार जूस पीने का मन हो, तो कोशिश करें कि घर पर ताजा जूस बनाएं और उसमें कोई भी अतिरिक्त चीनी न मिलाएं। साथ ही, इसकी मात्रा सीमित रखें ताकि शरीर पर इसका नकारात्मक असर न हो।
2. कैंडीड या क्रिस्टलाइज़्ड फ्रूट्स (Candied/Crystallized Fruits)
कैंडीड फ्रूट्स यानी जो फलों को शक्कर की चाशनी में पकाकर बनाया जाता है, स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले फलों के पीछे क्या हैं मुख्य कारण?
क्रिस्टलाइज़्ड या कैंडी वाले फलों में अत्यधिक मात्रा में चीनी पाई जाती है, खासकर हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इन फलों को बनाते समय उनके प्राकृतिक पोषक तत्व लगभग खत्म हो जाते हैं और उनकी जगह केवल शक्कर भर जाती है। उदाहरण के तौर पर क्रिस्टलाइज़्ड अदरक और क्रिस्टलाइज़्ड अनानास ऐसे फल हैं, जिन्हें शक्कर में पकाकर तैयार किया जाता है, जिससे ये मीठे तो लगते हैं लेकिन सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर में इन फलों को खाने से होने वाले नुकसान क्या हैं?
जब शरीर में अनावश्यक शुगर या नमक की मात्रा बढ़ जाती है, तो उसका असर सीधा रक्तचाप पर पड़ता है और ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ने लगता है। इसके कारण शरीर की ब्लड वेसल्स यानी रक्त वाहिकाओं को नुकसान होता है और उनका लचीलापन धीरे-धीरे कम हो जाता है, जिससे रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या और गंभीर हो सकती है।
क्या करें
ड्राय फ्रूट्स जैसे किशमिश और प्रून्स सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन इन्हें हमेशा सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। इन फलों में प्राकृतिक शुगर होती है, जो अधिक मात्रा में लेने पर ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती है। वहीं दूसरी ओर, कैंडीड फलों में अतिरिक्त चीनी मिलाई जाती है, जो पूरी तरह हानिकारक होती है, इसलिए ऐसे फलों से पूरी तरह परहेज़ करना बेहतर होता है।
3. चकोतरा (Grapefruit)
चकोतरा एक ऐसा फल है जो हाई बीपी की दवाओं के साथ इंटरैक्ट कर सकता है।
कैसे हानिकारक है
ग्रेपफ्रूट में मौजूद कुछ तत्व आंतों में पाए जाने वाले CYP3A4 नामक एंजाइम को रोक देते हैं, जो दवाओं के अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब यह एंजाइम ठीक से काम नहीं करता, तो दवा का प्रभाव असामान्य हो सकता है। इससे कभी दवा की मात्रा शरीर में जरूरत से ज़्यादा पहुंच जाती है, तो कभी बहुत कम, और दोनों ही स्थितियां सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
क्या करें
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हैं, तो चकोतरा (ग्रेपफ्रूट) या उसका जूस सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि यह फल कुछ दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है और उनके असर को बढ़ा या घटा सकता है, जो आपकी सेहत के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
आदिक जानकारी के लिए इस विडियो को जरुर देखे।
4. कैन फलों (Canned Fruits)
टिन या कैन में मिलने वाले फल कम पोषक होते हैं और उनमें अक्सर संरक्षक, नमक और चीनी की मात्रा अधिक होती है।
समस्याएं
कैन में बंद फलों के डिब्बों की अंदरूनी कोटिंग में अक्सर BPA (बिसफिनोल ए) नामक रसायन पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और इससे ब्लड प्रेशर लगभग 5 mm Hg तक बढ़ सकता है। इसके अलावा, इन फलों के साथ आने वाले मीठे सिरप में छिपा हुआ सोडियम शरीर में पानी को रोक लेता है, जिससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है और बीपी का स्तर और भी ऊपर चला जाता है।
क्या करें
स्वास्थ्य के लिए ताजे फल खाना हमेशा बेहतर होता है, इसलिए कैन में बंद फलों से परहेज़ करना चाहिए। खास तौर पर कैन टमाटर, कैन मटर, कैन मकई जैसे फलों से बचना जरूरी है क्योंकि ये तकनीकी रूप से फल ही होते हैं, लेकिन इनमें अक्सर अधिक नमक और रसायन होते हैं जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं। इसलिए अपनी डाइट में हमेशा ताजे और प्राकृतिक फलों को शामिल करें।
5. पके हुए केले (Ripe Bananas)
केले को पोटैशियम का अच्छा स्रोत माना जाता है, लेकिन पके हुए केले में प्राकृतिक शर्करा (natural sugar) की मात्रा अधिक होती है।
समस्याएं
जब केला पक जाता है, तो उसमें मौजूद स्टार्च धीरे-धीरे चीनी में बदल जाता है, जिससे केले की मिठास बढ़ जाती है। अगर आप ACE Inhibitors या Beta Blockers जैसी ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हैं, तो ज्यादा पोटैशियम आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। पोटैशियम की अधिकता से हृदय की धड़कन अनियमित हो सकती है और इससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए दवाएं लेने वाले मरीजों को पके हुए केले के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।
क्या करें
अगर आप केले खाना चाहते हैं, तो हरे केले चुनें क्योंकि उनमें शुगर की मात्रा कम होती है और यह स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं। इसके साथ ही, अपने डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है ताकि आपको पता चले कि आप अपनी डाइट में केला शामिल कर सकते हैं या नहीं, खासकर अगर आप ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हैं। डॉक्टर की सलाह से ही आप सुरक्षित रूप से केले का सेवन कर सकते हैं।

तो कौन से फल खाएं हाई बीपी में?
अब जब आपने जान लिया कि किन फलों से बचना चाहिए, आइए जानते हैं ऐसे फलों के बारे में जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं:
1. सिट्रस फल (Citrus Fruits)
जैसे – संतरा, नींबू।
इनमें फ्लेवोनॉयड्स और विटामिन C होता है जो नाइट्रिक ऑक्साइड बढ़ाकर धमनियों को रिलैक्स करता है और बीपी को कम करता है।
2. बेरीज (Berries)
जैसे – ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी।
इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और पॉलीफेनॉल्स रक्तचाप को 3 mm Hg तक कम करने में सहायक होते हैं।
3. कीवी फल (Kiwifruit)
कीवी में पोटैशियम, फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं।
प्रतिदिन 2 कीवी खाने से बीपी में लगभग 2.7 mm Hg की कमी देखी गई है।
4. एवोकाडो (Avocado)
एवोकाडो में ओलिक एसिड, पोटैशियम और फोलेट होता है।
हर हफ्ते 5 बार एवोकाडो खाने से 17% तक हाई बीपी का जोखिम कम हो सकता है।
5. सेब (Apple)
सेब में क्वेरसेटिन और फाइबर होता है, जो बीपी, कोलेस्ट्रॉल और सूजन को कम करता है।
हर दिन 100–150 ग्राम सेब खाने से हृदय रोगों का खतरा घटता है।
हाई ब्लड प्रेशर से शरीर को होने वाले गंभीर खतरे
हाई ब्लड प्रेशर कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इससे दिल का दौरा (हार्ट अटैक) हो सकता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा, स्ट्रोक यानी मस्तिष्क में रक्त प्रवाह रुकने या फटने की समस्या भी हो सकती है।
हाई बीपी के कारण दिल की विफलता भी हो सकती है, जब दिल शरीर को पर्याप्त रक्त सप्लाई नहीं कर पाता। किडनी फेलियर यानी गुर्दे की खराबी भी एक बड़ी समस्या है, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ निकलना बंद हो जाते हैं।
आंखों की रोशनी जाने का खतरा भी बढ़ जाता है क्योंकि हाई बीपी आंखों की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इसके साथ ही सेक्सुअल डिसफंक्शन यानी यौन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
पेरिफेरल आर्टरी डिज़ीज (PAD) के कारण पैरों और हाथों की धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे दर्द और थकान होती है। सबसे खतरनाक स्थिति होती है हायपरटेंसिव क्राइसिस, जब ब्लड प्रेशर बहुत तेजी से बढ़ जाता है और यह जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
इसलिए हाई बीपी को हल्के में न लें।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए जरूरी अंतिम विचार और सुझाव
हाई ब्लड प्रेशर( High blood pressure) से पीड़ित लोगों को केवल दवाओं पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। सही खान-पान, सक्रिय जीवनशैली और नियमित चेकअप इस “साइलेंट किलर” को नियंत्रित करने के मुख्य उपाय हैं।
इस Blog में बताए गए 5 खतरनाक फलों – फ्रूट जूस, कैंडीड फ्रूट्स, चकोतरा, कैन फल और पके केले – से दूरी बनाएं। साथ ही, सिट्रस फल, बेरीज, कीवी, एवोकाडो और सेब जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें।
स्वस्थ हृदय के लिए, आज से ही सही फलों का चुनाव शुरू करें!
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